इसे पढ़ने के बाद आप खाने में रोज खीरा खाना चाहेंगे
खीरे से भी इतने फायदे मिल सकते हैं तो फिर इसे क्यों कभी कभी खाना ? रोज क्यों नहीं खाना ? पर हाँ भूल जाईये की शादी, पार्टी में 2 – 2 घंटे पहले कट कर रखे गए सलाद, चाहे वह खीरा हो या प्याज मूली चुकंदर हो, से कोई फायदा मिलने वाला है !
असली फायदा तो तब मिलता है जब गरम गरम बने ताजे खाने के साथ ताजा कटा हुआ सलाद खाया जाय ! और अगर आप घर से बाहर कहीं जैसे ऑफिस, दुकान आदि में नियम से खीरा खाना चाहते हैं तो घर से कटा खीरा ले जाने के बजाय, खाते समय ही खीरा, चाकू से या दांत से काटकर खाएं !
आयुर्वेद के अनुसार खीरा दाह, पित्त, रक्त पित्त दूर करने वाला तथा रक्तविकार और मूत्र कच्छ नाशक रूचिकर फल है। खीरे के प्रयोग से पेट तथा जिगर की जलन शांत होती है। खीरे में विटामिन बी और सी प्रचुर मात्रा में विद्यमान होते हैं । खीरे में जलीय अंश काफी मात्रा में होने से बार बार लगने वाली प्यास में यह राहत पहुंचाता है।
कम फैट व कैलोरी से भरपूर खीरे का सेवन आपको कई गंभीर बीमारियों से बचाने में सहायक है। सलाद के तौर पर प्रयोग किए जाने वाले खीरे में इरेप्सिन नामक एंजाइम होता है, जो प्रोटीन को पचाने में सहायता करता है। खीरा पानी का बहुत अच्छा स्रोत होता है, इसमें 96% पानी होता है। खीरे में विटामिन ए, बी1, बी6, सी, डी, पौटेशियम, फास्फोरस, आयरन आदि प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं।
नियमित रुप से खीरे के जूस पीना शरीर को अंदर व बाहर से मजबूत बनाता है। खीरा कब्ज से मुक्ति दिलाने के साथ ही पेट से जुड़ी हर समस्या में फायदेमंद साबित होता है।
आइये जानते हैं खीरे के कुछ विशेष लाभ (Ayurvedic Benefits of Cucumber Seeds, Summer Kheera Kakdi Seeds, Kakri Khira Seeds in Hindi, Kheera ke labh Health Benefits Of Cucumber, kheera khane ke fayde in Hindi)-
– खीरे में उपस्थित सिलिकन व सल्फर बालों की ग्रोथ में मदद करते हैं। अच्छे परिणाम के लिए आप चाहें तो खीरे के जूस को गाजर व पालक के जूस के साथ भी मिलाकर ले सकते हैं।
– खीरा में जो विटामिन बी होता है वह अधिवृक्क ग्रंथि (adrenal glands) को नियंत्रित करके तनाव से हुए क्षति को कम करने में बहुत मदद करता है।
– फेस मास्क में शामिल खीरे के रस त्वचा में कसाव लाता है। इसके अलावा खीरा त्वचा को सनबर्न से भी बचाता है।
– यदि शरीर के किसी हिस्से पर सूजन आ रही हो तो खीरे के रस में नमक मिलाकर बांधे।
– खीरे में मौजूद एस्कोरबिक एसिड व कैफीक एसिड पानी की कमी (जिसके कारण आंखों के नीचे सूजन आने लगती है) को कम करता है।
– रोज खीरा खाने से मानसिक रोग होने का खतरे कम होता है।
– खीरा के नियमित सेवन से कैंसर का खतरा कम होता है। खीरे में साइकोइसोलएरीक्रिस्नोल, लैरीक्रिस्नोल और पाइनोरिस्नोल तत्व होते हैं। ये तत्व सभी तरह के कैंसर जिनमें स्तन कैंसर भी शामिल है, के रोकथाम में कारगर हैं।
– प्रमेह और सूजाक के रोगियों को नियमित खीरा खाने से फायदा होता है।
– खीरे का नियमित सेवन से मासिक धर्म में होने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है। लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान काफी परेशानी होती है, वो दही में खीरे को पीसकर उसमें पुदीना, काला नमक, काली मिर्च, जीरा डालकर रायता बनाकर खाएं इससे उन्हें काफी आराम मिलेगा।
– भूख न लगने की शिकायत में खीरे का सेवन आपकी भूख बढ़ाएगा।
– मधुमेह व रक्तचाप की समस्या से बचने के लिए नियमित रुप से खीरे का सेवन फायदेमंद हो सकता है। खीरे के रस में वो तत्व हैं वो पैनक्रियाज को सक्रिय करते हैं। पैनक्रियाज सक्रिय होने पर शरीर में इंसुलिन बनती है। इंसुलिन शरीर में बनने पर मधुमेह से लड़ने में मदद मिलती है।
– खीरा खाने से कोलस्ट्रोल का स्तर कम होता है, इससे हृदय संबंधी रोग होने की आशंका कम रहती है।
– पथरी के रोग में खीरे का रस (250 ग्राम) दिन में तीन बार रोजाना पीएं।
– शराब पीने के बहुत सारे दुष्परिणाम होते हैं उनमें अगले दिन का हैंगओवर बहुत ही कष्ट देने वाला होता है। इससे बचने के लिए आप रात को सोने से पहले खीरा खाकर सोयें। क्योंकि खीरे में जो विटामिन बी, शुगर और इलेक्ट्रोलाइट होते हैं वे हैंगओवर को कम करने में बहुत मदद करते हैं।
– खीरा में फाइबर, पोटैशियम और मैगनीशियम होता है जो ब्लड प्रेशर दुरुस्त रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए खीरा हाई और लो ब्लड प्रेशर दोनों में ही एक तरह से दवा का कार्य करता है।
– जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उन लोगों के लिए खीरे का सेवन काफी फायदेमंद रहता है। खीरे में पानी अधिक और कैलोरी कम होती है, इसलिए वजन कम करने के लिए यह अच्छा विकल्प हो सकता है। जब भी भूख लगे तो खीरे का सेवन अच्छा हो सकता है। सूप और सलाद में खीरा खाएं।
– खीरा में फाइबर होते हैं जो खाना पचाने में मददगार होते हैं।
– अक्सर फेस पैक लगाने के बाद आंखों की जलन से बचने के लिए खीरे को स्लाइस की तरह काटकर आंखों की पलक के ऊपर पर रखते हैं। इससे आंखों को ठंडक मिलती है। खीरा की तासीर जलन कम करने की होती है। जरूरी नहीं है कि सिर्फ फेसपैक लगाने के बाद ही ऐसा कर सकते हैं। जब भी आंखों में जलन महसूस हो तो आप खीरे की मदद ले सकते हैं। चेहरे मुहांसों, दाग, धब्बों व झाइयों से परेशान हैं तो उन पर रात्रि को शयन से पहले खीरे का रस लगाएं। अधिक तैलीय त्वचा वाले व्यक्ति खीरे के रस में थोड़ी सी मुल्तानी मिट्टी मिलाएं और गर्दन पर लगाएं। खीरे के रस में जैतून का तेल मिलाकर चेहरे पर मलने से मुहांसे, काले धब्बे और झाइयां आदि दूर हो जाते हैं।
– खीरा खाने से मसूडों की बीमारी कम होती हैं। खीरे के एक टुकड़े को जीभ से मुंह के ऊपरी हिस्से पर आधा मिनट तक रोकें। ऐसे में खीरे से निकलने वाला फाइटोकैमिकल मुंह की दुर्गंध को खत्म करता है।
– खीरे में सीलिशिया प्रचुर मात्रा में होता है। इससे जोड़ों को मजबूती मिलती है और टिशू परस्पर मजबूत होते हैं। गाजर और खीरे का जूस मिलाकर पीने पर गठिया रोग में मदद मिलती है। इससे यूरिक एसिड का स्तर भी कम होता है।
इसलिए खीरे को अपने दोपहर और रात के खाने में सलाद के तौर पर जरूर लीजिये !
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