जब तक ये कारण रहेंगे, लड़के अपने माँ बाप की इज्जत नहीं करेंगे
लड़कों के दिल में अपने माँ बाप के लिए सच्ची इज्जत और प्रेम पैदा करने हेतु कुछ ऐसे शाश्वत सत्य कर्म है जिनका पालन करना हर माँ बाप की मजबूरी है !
बिना इन कामों को किये लड़कों और माता पिता के बीच बस दिखावटी या काम चलाऊ प्रेम ही हो सकता है ! आज लगभग हर घर या यो कहें लगभग हर माँ बाप अपने लड़कों की नजर अन्दाजी, उपेक्षा, अवेहलना, अपमान या बद्तमीजी से परेशान है ! जिन घरों में प्यार देखने को मिलता है उनमें से अधिकांश दिखावटी और स्वार्थ के लिए उपजा प्रेम होता है !
लड़कों और माँ बाप के बीच वाकई में कितना घनिष्ठ प्रेम है इसकी असली जानकारी किसी कठिन समय (जैसे – बीमारी, एक्सीडेंट, गरीबी, सामाजिक विपत्ति या अपमान) में होती है क्योंकि अगर लड़के के मन में वास्तव में अपने माता पिता के लिए प्रेम होगा तो वो कठिन समय में अपने माता पिता की तकलीफों को दूर करने के लिए हर सम्भव प्रयास करेगा ! जबकि दिखावटी प्रेम वाले लड़के जो अपने माता पिता से अच्छा सम्बन्ध सिर्फ इसलिए रखते हैं की उनसे उनकी जायदाद, सम्पत्ति, पेंशन में हिस्सा मिल सके (या लोक लाज के भय से) कठिन समय आने पर बातें ज्यादा करेंगे काम कम !
लड़कों से इज्जत पाने के लिए लड़कों का या माँ बाप का ज्यादा पढ़ा लिखा होना या अमीर होना कत्तई जरूरी नहीं है ! बस कुछ काम ऐसे हैं जिन पर लड़कों की परवरिश के समय माता पिता ध्यान दें तो उनके लड़के बड़े होकर वाकई श्रवण कुमार बन सकते है !
नीचे लिखे कुछ काम ऐसे है जिन्हें किसी माँ बाप को करना और नहीं करना चाहिए खासकर अपने लड़कों के सामने क्योंकि अक्सर माँ बाप समझते हैं की उनका लड़का तो छोटा है नासमझ है पर यहीं वो गलती करते हैं क्योंकि लड़कों का दिमाग बहुत कम उम्र से ही चीजों को समझने लगता है पर हो सकता है की लड़के अपनी फीलिंग्स को संकोच वश अपने माँ बाप से शेयर ना करते हों ! अतः वो कार्य हैं –
– लड़कों के सामने छोटी सी भी गन्दी गाली देकर किसी से बात नहीं करनी चाहिए नहीं तो लड़कों के मन में गाली देने वाले बाप और गली में आवारा घूमने वाले लोफर की इमेज में ज्यादा अन्तर नहीं होता है !
– लड़कों के सामने लापरवाह और गन्दी दिनचर्या नहीं जीना चाहिए जैसे – बिना ब्रश किये चाय पीना, बिना नहाये खाना या रोज न नहाना, सुबह देर तक सोना या रात को देर तक जागना, तेज आवाज में घंटों टेलीविजन देखना आदि !
– लड़कों के सामने झूठ बिल्कुल नहीं बोलना चाहिए ! कई लोग कहते है की आज के ज़माने में सिर्फ सच बोलने से काम नहीं चलता तो ऐसे में सुझाव यही है की कम से कम लड़कों के सामने झूठ न बोला जाय क्योंकि लड़के सबसे पहले झूठ माँ बाप से ही बोलना सीखते हैं और झूठ बहुत ही खतरनाक चीज होती हैं क्योंकि दुनिया के सारे पाप, अपराध, गलत काम की सबसे पहली जड़ झूठ ही हैं ! एक बार लड़के ने झूठ बोलने की आदत माँ बाप से सीख ली तो सबसे पहले और सबसे ज्यादा तकलीफ माँ बाप ही झेलने वाले है उसकी इस आदत की वजह से !
– लड़कों के सामने कभी भी माता पिता को बेशर्म हरकत आपस में नहीं करना चाहिए ! इस कलियुग में अक्सर देखा सुना जाता है की माता पिता अपने लड़कों के सामने पति पत्नी वाली कामुक हरकत बिना किसी संकोच के करते है ऐसे में लड़कों को अन्दर ही अन्दर बहुत शर्म और गुस्सा भी महसूस होता है ! ऐसी हरकत करने वाले माँ बाप से लड़के दूर ही रहना पसन्द करते हैं ! माता पिता को चाहिए की आधुनिकता के नाम पर बेशर्म हरकत लड़कों के सामने कभी भी न करें (नहीं तो ऐसी हरकत करने वाली माता को उसकी संतान अपनी माँ से ज्यादा, अपने बाप की बीवी समझने लगतें हैं) ! इसलिए लड़कों के सामने माता पिता को आपस में हमेशा एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर ही मर्यादित तरीके से बात करनी चाहिए !
– लड़कों के सामने किसी भी तरह का नशा नहीं करना चाहिए ! नशेड़ी बाप से लड़कों को कोई हमदर्दी नहीं होती है !
– लड़कों के सामने माता पिता को आपस में या दूसरों से हर समय झगड़ा नहीं करना चाहिए ! झगड़ालू माता पिता से देर सवेर लड़के खुद ही झगड़ने लगते हैं ! माँ और पिता दोनों को एक दूसरे का यथोचित आदर करना चाहिए तथा कभी गुस्सा आये तो भी ऐसा नहीं चिल्लाना चाहिए की सारी इज्जत उतर जाय ! पिता अगर अपने आप को हेड ऑफ़ द फैमिली समझता हो तो उसे सब पर अपनी तानाशाही नहीं जतानी चाहिए बल्कि परिवार के सदस्यों की भावनाओं का सम्मान और ख्याल रखना चाहिए !
– लड़कों को कभी भी दूसरों के खिलाफ हमेशा भड़काते नहीं रहना चाहिए इससे लड़कों का स्वभाव हिन्सक हो जाता है और वे बड़े होकर अपने ही माँ बाप को ही डांटने लगते हैं !
– घर में एक साफ़ सुथरा संस्कारित माहौल होना चाहिए जहाँ हर आदमी एक दूसरे की इज्जत करे तो ऐसा माहौल माँ लक्ष्मी को भी बहुत पसन्द है इसलिए वो बिना बुलाये उस घर में पहुँच जाती है और धन संपत्ति खूब बढ़ाती हैं !
– लड़को के रोज मर्रा के काम नौकरों के भरोसे छोड़ने से लड़कों के मन में अपने माता पिता के लिए लगाव नहीं पैदा होता है इसलिए जितना अधिक से अधिक हो सके लड़कों के काम खुद करने चाहिए !
– लड़कों की हर इच्छा पूरी करने के चक्कर में मत पड़िए और ना ही बहुत ज्यादा सुख सुविधा इक्कठा करिए ! लड़के की हर इच्छा पूरी होने से लड़के चीजों की कीमत नहीं समझते और भविष्य में मजबूत इन्सान भी नहीं बनते !
– लड़के के यार दोस्त, और उसके कामों पर लगातार नजर रखिये की कहीं वो किसी गलत आदत का शिकार तो नहीं हो रहा है !
– अपने लड़कों को जो मांस, मछली और अंडे खिलाते हैं उनको समझ लेना चाहिए की जैसे मांसाहारी जानवर के बच्चे क्रोधित होने पर अपने ही माँ बाप पर हमले कर देते है वही स्थिति मांसाहारी आदमी के बच्चों की हो सकती है !
– अगर माँ बाप ने अपने माँ बाप या सास ससुर की सेवा नहीं की है तब तो सारी बात ही ख़त्म हो जाती है क्योंकि इस संसार में वही मिलता है जो कभी ना कभी किसी जन्म में किसी को दिया गया है !
– लड़कों को अच्छी बातें रोज समय निकाल कर जरूर सिखाना चाहिए जैसे गरीबों की सहायता, दया और माफ़ करना, बड़ों का सम्मान करना, काम समय से निपटाना, गन्दे लड़कों से दूर रहना, बाजारू खाने की चीजों को ना खाना, रेग्युलर योग एक्सरसाइज करना, रोज भगवान् की पूजा करना आदि ! सिखाई हुई बातों में केवल उन्ही बातों का असर होगा जिसका पालन माता पिता खुद करते हों !
कुल मिलाकर निष्कर्ष यही है माँ बाप जितनी पवित्रता से रहेंगे उतना ही गहराई तक अपने बेटों के दिल में जगह बना पाएंगे ! इसलिए अगर अपने बेटों से सच्ची इज्जत चाहिए तो अपने आचरण को पवित्र करना ही होगा इसके अलावा और कोई रास्ता है ही नहीं !
हर आदमी के बूढ़े होने पर वो पूरी तरह से अपने बेटों के हवाले हो जाता है और अगर बेटे अपने माँ बाप को पसन्द नहीं करेंगे तो घर में रहते हुए भी माँ बाप की जिंदगी नरक में तब्दील हो जाएगी ! स्थिति बिगड़ने पर लड़के बूढ़े माँ बाप को वृद्ध आश्रम भी भेज सकते हैं या घर से बाहर भी निकाल सकते हैं !
इसलिए लड़कों की परवरिश को हल्के में लेना सिर्फ अपने ही भविष्य पर कुल्हाड़ी मारना है !
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