सर्वप्रचलित घरेलु नुस्खे (भाग – 3)

– सर्दियों में नारियल का तेल केसर के साथ मिलाकर मसाज करें। बालों एवं त्वचा का रूखापन दूर करता है । पिंपल्स पर नारियल के तेल में जरा सा कपूर मिला कर लगाने से राहत मिलती है।

 

– सर्दियों में जैतून का तेल एक अच्छे प्राकृतिक माइश्चराइजर का काम करता है। घुटनों व कोहनी पर इससे नियमित मालिश रूखापन की समस्या खत्म करती है । पलकों पर लगाने से पलके घनी होती हैं।

 

– सर्दियों में संक्रमण से बचने के लिये १ लौंग रोज खाएँ।

 

– शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए 1 गिलास ताजे गर्म दूध में एक चुटकी हल्दी और काली मिर्च डालकर पीएँ।

 

– आंवला, संतरा, इमली व नींबू जैसे विटामिन—सी युक्त फल भरपूर मात्रा में लें । ये शरीर से सारा टॉक्सिन निकाल देते हैं।

 

– सर्दियों में मेथीदाने के नियमित सेवन से अस्थमा, गठिया, कफ जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।

 

– सप्ताह में एक दिन उपवास जरुर करें, यह शरीर से सारे विषैले तत्व निकाल देता है।

 

– तेज़ पत्ता की काली चाय में निम्बू का रस निचोड़ कर पीने से सर दर्द में अत्यधिक लाभ होता है.

 

– नारियल पानी में या चावल धुले पानी में सोंठ पाउडर का लेप बनाकर उसे सर पर लेप करने भी सर दर्द में आराम पहुंचेगा.

 

– सफ़ेद सूती कपडा पानी में भिगोकर माथे पर रखने से भी आराम मिलता है.

 

– लहसुन पानी में पीसकर उसका लेप भी सरदर्द में आरामदायक होता है.

 

– तुलसी के पत्तों को कुचल कर उसका रस दिन में माथे पर २ , ३ बार लगाने से भी दर्द में राहत देगा.

 

– हरा धनिया कुचलकर उसका लेप लगाने से भी बहुत आराम मिलेगा.

 

– सफ़ेद सूती कपडे को सिरके में भिगोकर माथे पर रखने से भी दर्द में राहत मिलेगी.

 

– सर्दियों में पालक, सरसों, बथुआ जैसे सागों को नमक के पानी से धोएं। इससे साग तो अच्छी तरह साफ होता ही है और इसका रंग भी सलामत रहता है ।

 

– नींबू को पानी में निचोड़कर पीने से बदहजमी व गैस की डकारों में आराम मिलता है। गर्मी से लौटने पर या कमजोरी महसूस होने पर नींबू को पानी में निचोड़कर पीने से स्फूर्ति प्राप्त होती है। बाजार से लायी या फ्रिज की रखी सब्जियां बासी लग रहीं हैं तो थोड़े पानी में नींबू की कुछ बूँदें मिलाकर रख दें|कुछ समय बाद निकालकर धो लें| सब्जियां बिल्कुल फ्रेश लगेंगीं| नींबू को महीने भर तक सुरक्षित रखने के लिये  एयरटाइट बर्तन में रखें । ऐसे रखने से नींबू महीने भर भी सुरक्षित रहेंगे।

 

– अजवाइन , सौंफ और थोड़ा—सा काला नमक मिलाकर चूर्ण बनाकर खाएँ। आराम मिलेगा। पेटदर्द गायब हो जायेगा।

 

– एक कप दूध में पिसी इलायची डालकर पीने से सिरदर्द ठीक हो जायेगा।

 

– एक चम्मच सरसों के तेल में एक चुटकी हल्दी और नमक मिलाकर दाँतों पर लगाने या हल्के—हल्के मालिश करने से दाँत का दर्द दस से पंद्रह मिनट में ठीक हो जाता है।

 

– घुटनों का दर्द में पानी में अजवाईन उबालकर इस अजवाइन वाले पानी की भाप घुटनों पर देने से दर्द ठीक होता है। अजवाइन के पानी में तौलिया भिगोकर और हल्का निचोड़कर उसे घुटनों पर रखकर गर्म सेंक देने से भी दर्द में राहत मिलती है।

 

– माइग्रेन में रात में सोने से पहले नाक में गाय के दूध से बने घी की दो—दो बूँदे डालें। इसके अलावा सिर पर गाय के घी की मालिश हल्के हाथ से करें।

 

– कब्ज में आँवले का चूर्ण बनाकर सुबह—शाम गरम पानी के साथ फाँक लें। इसके अलावा कच्चे टमाटर खाएं। संतरे का रस प्रतिदिन पिएँ । पिसी हुई अजवाइन और सौंफ का मिश्रण भोजन के बाद खाएँ। रात को सोते समय गुनगुना पानी पीकर सोएँ। सुबह उठकर ताँबे के पात्र में रातभर से रखा पानी ही पिएँ, लाभ मिलेगा।

 

– सर्दी, खासी, जुकाम में गुड़ में हल्दी मिलाकर उसकी गोलियाँ बनाकर सुबह—शााम दो—दो खाएँ और गर्म पानी ही पिएँ। इसके अलावा एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पिएँ। पानी में अजवाइन उबालकर नाक से उसकी भाप लें।
 

(नोट – किसी भी नुस्खे को आजमाने से पहले वैद्यकीय परामर्श लेना उचित होता है)-

कृपया हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

कृपया हमारे यूट्यूब चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

कृपया हमारे एक्स (ट्विटर) पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

कृपया हमारे ऐप (App) को इंस्टाल करने के लिए यहाँ क्लिक करें


डिस्क्लेमर (अस्वीकरण से संबन्धित आवश्यक सूचना)- विभिन्न स्रोतों व अनुभवों से प्राप्त यथासम्भव सही व उपयोगी जानकारियों के आधार पर लिखे गए विभिन्न लेखकों/एक्सपर्ट्स के निजी विचार ही “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि पर विभिन्न लेखों/कहानियों/कविताओं/पोस्ट्स/विडियोज़ आदि के तौर पर प्रकाशित हैं, लेकिन “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट, इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, दी गयी किसी भी तरह की जानकारी की सत्यता, प्रमाणिकता व उपयोगिता का किसी भी प्रकार से दावा, पुष्टि व समर्थन नहीं करतें हैं, इसलिए कृपया इन जानकारियों को किसी भी तरह से प्रयोग में लाने से पहले, प्रत्यक्ष रूप से मिलकर, उन सम्बन्धित जानकारियों के दूसरे एक्सपर्ट्स से भी परामर्श अवश्य ले लें, क्योंकि हर मानव की शारीरिक सरंचना व परिस्थितियां अलग - अलग हो सकतीं हैं ! अतः किसी को भी, “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और इससे जुड़े हुए किसी भी लेखक/एक्सपर्ट के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, प्राप्त हुई किसी भी प्रकार की जानकारी को प्रयोग में लाने से हुई, किसी भी तरह की हानि व समस्या के लिए “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट जिम्मेदार नहीं होंगे ! धन्यवाद !