ह्रदय, रक्त, कब्ज, थकान – नपुंसकता, मेटाब्लोजिम, सफ़ेद दाग, याददाश्त, हड्डी व त्वचा रोगों में फायदा काजू
सही मात्रा में रोज काजू खाना बहुत ही फायदेमंद है ! काजू को ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। दो-तीन काजू चबा लेंने से आकस्मिक थकान में लाभ मिलता है ।
यदि इसका नियम पूर्वक और नियंत्रित मात्रा में सेवन किया जाये तो शरीर की बहुत सी बिमारियों को मिटा सकता है जैसे की – पाचन क्रिया को दुरुस्त करना, रक्त की कमी वाले रोगी के लिए रक्त का बनना, मल उत्सर्जन क्रिया को सही करना और हार्ट अटैक की सम्भावना को कम करना आदि !
काजू भले ही थोड़ा महंगा हो लेकिन इसे नियमित रूप से खाने के कई स्वास्थ्य वर्धक फायदे हैं। काजू खाने से त्वचा भी खूबसूरत बनती है। काजू को हद से ज्यादा भी नहीं खाना चाहिये। काजू से शरीर का मेटाब्लोजिम ठीक होता है तथा दिल की बीमारी भी दूर रहती है।
काजू में आयरन, फास्फोरस, सेलेनियम, मैग्नीशियम और जिंक पाया जाता हैं। काजू फाइटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सिडेंट और प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत हैं।
आईये जानते हैं काजू के कुछ विशेष लाभ (Amazing Health Benefits Of Cashew Nuts in hindi, Kaju ke 10 Fayde)-
– काजू में मैग्नीशियम पाया जाता हैं जो रक्तचाप कम करने में और दिल के दौरे को रोकने में मदद करता है।
– इसमें 82 प्रतिशत फैट, अनसैचुरेटिड फैटी एसिड होता है और इसमें से 66 प्रतिशत अनसैचुरेटिड फैटी एसिड स्वस्थ दिल के लिए मोनोअनसेचुरेटिड फैट होता है। इसके अलावा, काजू में पाए जाने वाले फैट के तत्व ‘अच्छा फैट’ माने जाते हैं। नट्स में पाए जाने वाले सैचुरेटिड, मोनोअनसैचुरेटिड और पोली अनसौचुरेटिड फैट के उपयुक्त अनुपात की वजह से ऐसा होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि श्रेष्ठ हेल्थ के लिए यह आदर्श अनुपात है।
– काजू में मौजूद आयरन कोशिकाओं में ऑक्सिजन पहुंचाने का काम करता है, जो कि एनीमिया से बचाता है। जिंक प्रतिरक्षा स्वास्थ और स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मैग्नीशियम याददाश्त सुधारने में मदद करता है और बढ़ती उम्र में खोने वाली याददाश्त से बचाता है।
– काजू एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत हैं जो कैंसर और हृदय रोग से बचाता हैं।
– काजू खाने से शरीर की हड्डियाँ मजबूत होती हैं। काजू में कॉपर अधिक मात्रा में पाया जाता हैं !
– काजू में एक प्रकार का तेल होता है, जो विटामिन-बी का खजाना है। इसी वजह से इसे तत्काल शक्तिदायक खाद्य पदार्थ माना गया है।
– खाली पेट शहद के साथ खाने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
– काजू का तेल सफेद दागों पर लगाने से धीरे-धीरे सफेद दाग मिटते हैं।
– इसका प्रयोग दूध के साथ करने से नपुंसक पुरुष के शरीर में भी शक्ति प्रवाह होकर ताकत आती है |
– ये शरीर के हड्डियों और जोड़ो को लचीला बनाने में मदद करता हैं और त्वचा और बालों को रंग प्रदान करता हैं।
– काजू में वसा अच्छी मात्रा में पाया जाता हैं फिर भी ये वजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं |
– काजू फाइबर का अच्छा स्रोत हैं। काजू कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित रखता हैं।
– काजू में प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता हैं। इसके सेवन से त्वचा सुंदर और चमकदार हो जाती हैं। काजू मसूड़ों और दांतों को स्वस्थ बनाए रखता हैं।
कृपया हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
कृपया हमारे यूट्यूब चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
कृपया हमारे एक्स (ट्विटर) पेज से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
कृपया हमारे ऐप (App) को इंस्टाल करने के लिए यहाँ क्लिक करें
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण से संबन्धित आवश्यक सूचना)- विभिन्न स्रोतों व अनुभवों से प्राप्त यथासम्भव सही व उपयोगी जानकारियों के आधार पर लिखे गए विभिन्न लेखकों/एक्सपर्ट्स के निजी विचार ही “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि पर विभिन्न लेखों/कहानियों/कविताओं/पोस्ट्स/विडियोज़ आदि के तौर पर प्रकाशित हैं, लेकिन “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट, इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, दी गयी किसी भी तरह की जानकारी की सत्यता, प्रमाणिकता व उपयोगिता का किसी भी प्रकार से दावा, पुष्टि व समर्थन नहीं करतें हैं, इसलिए कृपया इन जानकारियों को किसी भी तरह से प्रयोग में लाने से पहले, प्रत्यक्ष रूप से मिलकर, उन सम्बन्धित जानकारियों के दूसरे एक्सपर्ट्स से भी परामर्श अवश्य ले लें, क्योंकि हर मानव की शारीरिक सरंचना व परिस्थितियां अलग - अलग हो सकतीं हैं ! अतः किसी को भी, “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और इससे जुड़े हुए किसी भी लेखक/एक्सपर्ट के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, प्राप्त हुई किसी भी प्रकार की जानकारी को प्रयोग में लाने से हुई, किसी भी तरह की हानि व समस्या के लिए “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट जिम्मेदार नहीं होंगे ! धन्यवाद !