क्या कुछ घंटे की “पूर्व जन्म चिकित्सा” से सभी कठिन रोगों व सामाजिक समस्याओं से हमेशा के लिए मुक्ति पायी जा सकती है
जैसा की विदित है कि “स्वयं बनें गोपाल” समूह से जुड़े हुए मेहनती रिसर्चर्स (शोधकर्ता) हमेशा ऐसे नए – नए आसान उपायों की खोज में लगे रहतें हैं जिनसे अधिक से अधिक आम जनमानस की अधिक से अधिक तकलीफों में राहत मिल सके ! इसी परिप्रेक्ष्य में आज हम बात करेंगे “पास्ट लाइफ रिग्रेशन थेरेपी” (Past Life Regression Therapy; पूर्व जन्म चिकित्सा) की ! वैसे “पूर्व जन्म चिकित्सा” कोई नयी पद्धति नहीं है क्योकि इसका इस्तेमाल सदियों से मानव सभ्यता करती आ रही है लेकिन इससे जुड़े हुए, लुप्त हो चुके कुछ ऐसे नए दुर्लभ फैक्ट्स को भी आज हम यहाँ प्रकाशित कर रहें जिसके बारे में शायद अब तक विश्व के किसी मनोवैज्ञानिक चिकित्सक ने प्रकाशन नहीं किया है !
ये सभी जानकारियाँ हमें प्राप्त हुई है युवा रिसर्चर डॉक्टर सौरभ उपाध्याय जी द्वारा जो कि लगभग 15 वर्षों तक विभिन्न यूनिवर्सिटीज में कंप्यूटर इंजीनियरिंग के प्रोफेसर रहे और जिनके द्वारा “फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन रिसर्च” (Forensic Investigation Research) पर किये गए शोधकार्यों को विश्वप्रसिद्ध रिसर्च पेपर्स, जर्नल्स व बुक आदि में प्रकाशित किया गया है ! प्रोफेशन से कंप्यूटर इंजीनियरिंग के विशेषज्ञ होने के बावजूद भी डॉक्टर सौरभ का शुरू से ही इंटरेस्ट रहा है यूनिवर्स (ब्रह्माण्ड) की विभिन्न जटिल गुत्थियों को सुलझाने में और जैसा कि हमने पूर्व के कई आर्टिकल्स में दोहराया है कि मानव शरीर खुद एक यूनिवर्स है इसलिए अक्सर यूनिवर्स पर रिसर्च करने वालों द्वारा ऐसी भी फाइंडिंग्स खोज निकाली जाती है जिनसे मानव शरीर की जटिल समस्याओं का आसानी से इलाज हो सकता है ! ठीक इसी तरह डॉक्टर सौरभ उपाध्याय जी ने भी उस सही कारण को खोज निकाला है जिसकी वजह से मात्र कुछ मिनट्स से लेकर कुछ घंटो तक चलने वाली “पूर्व जन्म चिकित्सा” से वर्षों पुराने बेहद जिद्दी व भयंकर रोगों या अन्य कठिन समस्याओं से भी मुक्ति पायी जा सकती हैं ! आईये अब सबसे पहले हम लोग डॉक्टर सौरभ से जानते हैं “पूर्व जन्म चिकित्सा” के सामान्य परिचय के बारें में और उसके बाद डॉक्टर सौरभ द्वारा खोजे गए नए दुर्लभ फैक्ट्स के बारे में-
वास्तव में आज भी दुनिया में बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि “पूर्व जन्म चिकित्सा” क्या चीज होती है ! डॉक्टर सौरभ के अनुसार “पूर्व जन्म चिकित्सा” वो चिकित्सा पद्धति होती है जिसमें कोई व्यक्ति अपने किसी कठिन शारीरिक रोग (जैसे- लकवा, डायबिटिज, ब्लडप्रेशर, कैंसर, हृदय रोग, मोटापा, गठिया आदि) या मानसिक तकलीफ (जैसे अकारण अक्सर डर – घबराहट – चिन्ता – क्रोध जैसी नकारात्मक भावनाएं महसूस होना, बहुत चाहकर भी किसी गलत आदत या आसक्ति से मुक्ति ना पा पाना, बुद्धिहीन होना, किसी वस्तु या व्यक्ति के प्रति अपने मन में विशेष प्रेम का कारण समझ में ना आना, जीवन में कोई उपलब्धि या इच्छा को पूरी करने की विशेष चाह होना आदि) या किसी सामजिक समस्या (जैसे- लम्बे समय तक चलने वाली भीषण गरीबी, फर्जी मुकदमे, अकारण दुश्मनी, विवाह में विलम्ब, अकारण अपमान, बार – बार सही तरह से कोशिश करने पर भी किसी विशेष उद्देश्य में असफल हो जाना आदि) से मुक्ति पाने के लिए एक विशेष तरीके से ध्यान करके अपने उस पूर्व जन्म की उस घटना को देखने की कोशिश करता है जिसकी वजह से उसे इस वर्तमान जन्म में तकलीफ झेलनी पड़ रही है !
पूर्व जन्म चिकित्सा के इस पूरे प्रारूप के बारे में सुनकर, आम तौर पर लोगों को कई तरह के संदेह पैदा होतें हैं जैसे पूर्व जन्म जैसी कोई चीज होती है भी या नहीं और अगर होती है तो क्या उसे ध्यान के माध्यम से देख पाना सम्भव है या नहीं ! कई लोग ये भी कहतें है कि उन्हें ध्यान लगाना इतना कठिन लगता है कि वे तो एक मिनट सामान्य ध्यान भी नहीं लगा पाते हैं तो विशेष तरह का ध्यान लगा पाना तो दूर की बात है और कभी गलती से ध्यान लग भी गया तो मन में केवल घर गृहस्थी ऑफिस दुकान आदि के झंझट ही घूमते रहतें हैं तो ऐसे में ध्यान में क्या ख़ाक पूर्व जन्म की घटना दिखेगी ! ऐसे लोगों का कन्फ्यूजन सुनकर कुछ लोग ये भी सलाह देतें है कि पूर्व जन्म चिकित्सा करवाने के लिए किसी योग्य मनोवैज्ञानिक की सहायता जरूरी है ! और सबसे अंत में सबसे बड़ा प्रश्न ये पैदा होता है कि अगर ध्यान में अपनी पूर्व जन्म की उस घटना को देख भी लिया तो उससे इस वर्तमान जन्म की ऐसी कठिन बीमारी कैसे ठीक हो सकेगी जिसे बड़े से बड़ा डॉक्टर ठीक ना कर पा रहा हो ! आईये जानतें हैं इन सभी प्रश्नों के आसान भाषा में सिलसिलेवार उत्तर !
सबसे पहले जान लीजिये कि निश्चित तौर पर कोई भी व्यक्ति, बिना किसी मनोवैज्ञानिक की सहायता के खुद से अपनी पूर्व जन्म चिकित्सा कर सकता है (यह एक सुरक्षित प्रक्रिया है लेकिन अगर आप बहुत बीमार, कमजोर, वृद्ध, घायल या हृदय रोगी हों तो करने से पहले किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श लेना ना भूलें) ! “स्वयं बनें गोपाल” समूह ऐसे कई लोगों से मिल चुका हैं जिन्होंने खुद से अपने लिए पूर्व जन्म चिकित्सा कर सफलतापूर्वक अपनी कठिन समस्याओं से मुक्ति पायी है !
ऊपर दिए गए उदाहरण के बाद अब इस प्रश्न का कोई मतलब नहीं बनता कि पूर्व जन्म जैसी कोई चीज होती है भी नहीं; लेकिन तब भी जिन लोगों को अभी भी इस बारे में संदेह हो, वे गूगल (Google) पर सर्च करके कई देशी – विदेशी पुनर्जन्म से संबंधित सत्य घटनाओं के बारें में पढ़ सकतें हैं !
अब अगला प्रश्न ये बनता है कि क्या घर गृहस्थी ऑफिस दूकान के झंझट में फंसा हुआ एक सामान्य आदमी भी इस स्तर का गहन ध्यान कर सकता है कि वो ध्यान में अपनी पूर्व जन्म की उस घटना को देख ले जिसके फलस्वरुप वो वर्तमान जन्म में कोई बड़ी तकलीफ झेल रहा हो ! तो इसका उत्तर है, हाँ ! बल्कि कई बार देखा गया कि एक सामान्य आदमी का ध्यान आसानी से लग जाता है, विशेष आदमी (जिन्हे अपनी बुद्धिमानी पर गर्व हो) की तुलना में !
अब अगला प्रश्न ये बनता है कि पूर्व जन्म चिकित्सा के लिए क्या अलग तरह का ध्यान करना होता है ! पूर्व के आर्टिकल्स में हमने आपको सामन्यतया दो तरह के ध्यान के बारें में बताया था- साकार ध्यान (जिसमें भगवान की किसी मनपसंद चित्र या मूर्ती का मन में ध्यान किया जाता है) व निराकार ध्यान (जिसमें किसी का भी ध्यान ना करके मन को विचार शून्य करने का प्रयास किया जाता है); लेकिन पूर्व जन्म चिकित्सा का ध्यान इन सबसे अलग होता है जिसकी पूरी विधि अब हम आपको बेहद आसान तरीके से बताने जा रहें हैं !
इस ध्यान में सबसे पहले एक शांत कमरे में (कमरे में या तो अँधेरा हो या हल्का सा प्रकाश हो) बिस्तर पर आराम से सीधे लेटकर (जरूरत महसूस हो तो पतली तकिया लगा सकतें है) या आरामदायक कुर्सी पर बैठकर, आँखे बंद करके सबसे पहले अपने इष्ट भगवान से निवदेन करिये कि उनकी कृपा से यह प्रकिया सफलतापूर्वक पूर्ण हो फिर आप अपने मन को आदेश दीजिये कि ध्यान के दौरान आपका मन आपको उस जन्म की उस घटना का दर्शन कराये जिसकी वजह से आप इस जन्म में किसी विशेष बीमारी या सामाजिक समस्या को झेल रहें हैं ! फिर उसके बाद आप अपने लैपटॉप या मोबाइल में कोई शांतिदायक म्यूजिक (जैसे- ताज़ी हवा बहने या नदी में पानी बहने की आवाज, चिड़िया बोलने की आवाज आदि) भी धीमी आवाज में चला सकतें हैं ! इसके बाद मन ही मन शरीर के हर एक – एक अंग पर ध्यान करके उसे एकदम शांत व सुखी (Complete Relaxation of Body and Mind) किया जाता है क्योकि जब तक शरीर के किसी भी अंग में थोड़ा सा भी तनाव रहेगा तब तक मन, ध्यान की गहराईयों में ठीक से उतरकर पूर्व जन्म की झलकियां देख नहीं पायेगा !
तन व मन को शांत करके पूर्व जन्म की उस कारण घटना को देखने का जो सबसे जल्द व प्रभावी तरीका कई मनोवैज्ञानिक अपनातें हैं उस तरीके को हमने आपकी सुविधा के लिए हिंदी भाषा के ऑडियो (म्यूजिक सहित) में भी तैयार कर दिया है जिसको सुनने से आपको बहुत ही आसानी होगी इस पूरी ध्यान की प्रक्रिया को समझने व करने में ! अतः अब आपको बस इतना ही करना है कि शांत कमरे में आराम से लेटकर आँखे बंद करके हमारे ऑडियो को सुनना है और ऑडियो में बताये गए हर स्टेप्स का मन ही मन पालन करते जाना है ! आप चाहें तो ऑडियो को कान में ईयरफोन लगाकर या लैपटॉप या मोबाइल के स्पीकर से भी अपनी सुविधानुसार सुन सकतें हैं ! बाद में आप चाहें तो बिना ऑडियो को सुने भी, खुद से सारे स्टेप्स को फॉलो करके ध्यान लगा सकतें हैं ! हालांकि कई लोगों का अनुभव है कि ऑडियो सुनने पर ज्यादा आसानी से ध्यान लग जाता है ! हमारे इस ऑडियो को सुनने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें- पूर्वजन्म चिकित्सा से कठिन समस्याओं से मुक्ति पाने का सबसे आसान तरीका
शायद आपको पता नहीं होगा लेकिन इस ऑडियो में बताये गए बॉडी और माइंड को रिलैक्स करने जैसी टेक्निक को खतरनाक मिशन पर जाने वाले सैनिको को भी सिखाया जाता है ताकि लम्बे समय तक चलने वाले युद्ध के मैदान में वे सैनिक सभी तरह के डर, दुःख, घबराहट भुलाकर कुछ देर सोकर रिफ्रेश हो सकें और फिर से पूरी क्षमता के साथ युद्ध करें ! इसलिए अगर आपका ऑडियो में बताये गए तरिके से ध्यान करने से पास्ट लाइफ रिग्रेशन नहीं हो सका तब भी आप इसे समय की बर्बादी मत समझियेगा क्योकि हर सेशन के बाद आप अपने आप को काफी फ्रेश और एनर्जाइज्ड महसूस करेंगे ! वैसे आम तौर पर 1 से 5 बार ठीक से अभ्यास करने पर आदमी अपने पूर्व जन्म की झलकियां देख लेता है जो उसे होश में वापस आने के बाद भी याद रहता है !
अगर आदमी को अभ्यास के दौरान पूर्व जन्म की झलकियां दिखना शुरू हो गयी तो आम तौर पर यह पूरी प्रक्रिया कुछ मिनट्स से लेकर 1 – 2 घंटे तक चल सकती है ! अधिकांशतः देखा गया है कि सिर्फ एक बार पूर्व जन्म की झलकियां देख लेने भर से ही लोगों की बीमारी या समस्या धीरे – धीरे कम होकर हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है ! लेकिन इस विचित्र दुनिया में ऐसे भी उदाहरण सुनने को मिलें हैं जब इस वर्तमान जीवन की सिर्फ एक बिमारी को ठीक करने के लिए तीन अलग – अलग पूर्व जन्मो की घटनाओं को देखना पड़ा है ! हालाँकि आम तौर पर सिर्फ एक बार ही पर्याप्त होता है !
कुछ लोग ऐसे भी होतें हैं जिनका खुद से 5 बार तक अभ्यास करने के बावजूद भी पास्ट लाइफ रिग्रेशन नहीं हो पाता है तो ऐसे लोग या तो किसी एक्सपर्ट मनोवैज्ञानिक की मदद ले सकतें हैं या बिना निराश हुए खुद रोज नियम से कम से कम 1 बार किसी भी समय अभ्यास करके पास्ट लाइफ रिग्रेशन में निश्चित सफलता प्राप्त कर सकतें हैं !
जिन लोगों को पास्ट लाइफ रिग्रेशन करने की इच्छा हो लेकिन वो किसी कारण से इसका रोज अभ्यास नहीं कर सकते तो उनके लिए इससे भी बेहद आसान तरीका यह है कि वे रोज रात को सोने से पहले अपने इष्ट देवता का स्मरण करने के बाद, अपने मन को आदेश दें कि उनका मन उन्हें सपने में उस पूर्व जन्म की उस घटना का दर्शन कराये जिसकी वजह से वे इस जन्म में कोई विशेष बिमारी या सामाजिक तकलीफ झेल रहें हैं ! सपने के माध्यम से पूर्व जन्म की झलक देखने में कितना समय लगेगा, कहना मुश्किल है मतलब इस टेक्निक से कुछ लोगों को पहली रात में ही उनका पूर्व जन्म दिख गया जबकि कुछ लोगों को 2 – 3 महीने लग गए !
कभी – कभी ऐसा भी कुछ लोगों के साथ होता है कि वे जिस प्रारब्ध की कारण स्वरुप घटना को देखना चाहतें हैं वे उस घटना की बजाय, कोई दूसरी घटना देख लेते हैं जिसकी वजह से उनकी कोई दूसरी बीमारी या समस्या ठीक हो जाती है ! अगर ऐसा आपके साथ भी होता है तो समझ लीजियेगा की ईश्वर ऐसा ही चाहते हैं कि आपकी इच्छित बड़ी समस्या से पहले आपकी दूसरी छोटी समस्या ठीक हो जाए ! अतः ऐसे में सुझाव यही है कि अगर आप बिना निराश हुए प्रतिदिन अभ्यास करते रहेंगे तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी !
यहाँ पर एक प्रश्न यह भी बनता है कि कैसे कोई समझेगा कि वो रात में नींद में जो कुछ भी देख रहा है वो कोई उटपटांग सपना नहीं, बल्कि पूर्व जन्म की झलक है ! देखिये कुछ सपने ऐसे होतें है जो उठने के बाद भी याद रहतें हैं लेकिन उन सपनो की वजह से उठने के बाद कोई ताजगी महसूस नहीं होती है जबकि पूर्व जन्म की झलक देखने के बाद सोकर उठने पर हमेशा ताजगी, उत्साह व हल्कापन महसूस होता है ! भले ही आपकी पूर्व जन्म की घटना दुखद रही हो लेकिन तब भी आप जब सोकर उठेंगे आप ताजगी महसूस करेंगे क्योकि आप उस बुरे प्रारब्ध से मुक्त हो चुके होंगे !
जैसे हमने अपने पूर्व के एक आर्टिकल में भी उदाहरण दिया था कि पूर्व जन्म चिकित्सा पद्धति (Past Life Therapy) के अमेरिकन डॉक्टर ब्रायन विज (Dr. Brian Weiss) ने अपनी पुस्तक में सारांश रूप में बताया है कि कैसे एक महिला ने पास्ट लाइफ रिग्रेशन के दौरान बहुत ही बुरी व दुखद घटनाओं में देखा कि पूर्व जन्म में कई पुरुष उसे बहुत परेशान करते थे इसलिए उसे पूर्व जन्म में अपनी ही सुन्दरता से नफरत व डर पैदा हो गया था जिसकी वजह से इस वर्तमान जन्म में उसका शरीर अपने आप मोटा होने लगा था (ताकि वह किसी को सुंदर ना लग सके) ! डॉक्टर ब्रायन विज से हॉलीवुड, पॉलटिक्स, स्पोर्ट्स सेक्टर्स आदि की कई बड़ी हस्तियों ने भी पूर्व जन्म चिकित्सा करवाकर आश्चर्यजनक लाभ प्राप्त किया है (डाक्टर ब्रायन विज द्वारा कराये जाने वाले पूर्व जन्म चिकित्सा के सेशन का वीडियो देखने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें- https://www.youtube.com/watch?v=lKtIEk8BDeo या उनके बारे में विस्तार से जानने के लिए उनकी वेबसाइट देखें- https://www.brianweiss.com/) !
“स्वयं बनें गोपाल” समूह खुद ऐसे कई मरीजों से मिल चुका हैं जिन्होंने पूर्व जन्म चिकित्सा पद्धति से अपनी कठिन समस्याओं से मुक्ति पायी है जैसे उत्तर भारत के एक प्रसिद्ध डॉक्टर थे जो कई मरीजों का रोज इलाज करते थे लेकिन वो खुद अपनी पसलियों के पीछे पीठ पर होने वाले तेज दर्द का इलाज नहीं कर पा रहे थे ! उन डॉक्टर ने कई बार अन्य डॉक्टर्स की भी मदद ली और दिल्ली, मुंबई जाकर भी बड़े से बड़े हॉस्पिटल्स में भी दिखाया लेकिन हर तरह की जांच के बावजूद भी कई सालों तक किसी डॉक्टर को कोई स्पष्ट कारण समझ में नहीं आया कि आखिर उनके दर्द की वजह क्या है ! अंत में जब कहीं से परमानेंट आराम नहीं मिला तो उन डॉक्टर ने एक मनोविशेषज्ञ की मदद से पास्ट लाइफ रिग्रेशन किया और उन्हें तीसरी बार में ही सफलता मिल गयी !
प्राप्त जानकारी अनुसार उन डॉक्टर महोदय ने अपने पूर्व जन्म में देखा कि उनकी पत्नी बहुत ही गुस्सैल स्वभाव की थी और एक दिन उनकी बीवी को इतना गुस्सा आया कि उसने खाना बनाने वाले एक नुकीले बर्तन को उनकी पीठ पर घोंप दिया जिसके वजह से डॉक्टर साहब के पीठ से खून की धार बहने लग गयी ! उस जन्म में डॉक्टर साहब उस हमले वाले घटनाक्रम से इतना ज्यादा शॉक्ड थे कि वो घटना उनके अंतर्मन में एक गाँठ के रूप में बैठ गयी थी जिसकी वजह से वो घटना इस जन्म में भी पीठ दर्द के रूप में पीछा करते हुए आ गयी थी ! पास्ट लाइफ रिग्रेशन में इस घटना को फिर से जीवंत रूप में देखते हुए उन्हें फिर से वो सारी तकलीफे एकदम याद आ गयी लेकिन सेशन खत्म हो जाने के बाद उन्हें इतना अच्छा महसूस हुआ जैसे मानो उनकी आत्मा से भारी बोझ हट गया हो और फिर धीरे – धीरे उनकी पीठ का दर्द भी अपने आप, बिना दवा के ठीक हो गया !
भगवान गौतम बुद्ध भी पूर्व जन्म स्मृति को एक सशक्त तरीका मानते थे मोक्ष पाने के लिए ! अब आपको यह सुनकर आश्चर्य हो रहा होगा कि आखिर पूर्व जन्म को याद करके मोक्ष जैसी परम दुर्लभ उपलब्धि कैसे मिल सकती है ! तो इसका उत्तर भगवान बुद्ध इस प्रकार बताते हैं कि व्यक्ति को सबसे पहले एक दिन पुरानी सारी घटनाओं को याद करने की कोशिश करनी चाहिए, फिर दो दिन पुरानी घटनाओं को, फिर तीन दिन पुरानी, इसी तरह क्रमशः बढ़ाते हुए फिर एक महीने पुरानी, फिर एक साल पुरानी, फिर दस साल पुरानी, फिर 50 साल पुरानी, फिर धीरे – धीरे पिछले जन्म की घटनाओं को, फिर उससे भी पिछले जन्म की, फिर उससे भी एक जन्म पहले की घटनाओं को, और इसी तरह याद करते – करते व्यक्ति अपने ओरिजिन पॉइंट (अर्थात उद्गम बिंदु) पर पहुँच जाता है जहाँ उसे यह प्रत्यक्ष व जीवंत अनुभव होता है कि कैसे वो खुद परमात्मा का ही स्वरुप अजर – अमर आत्मा था जो माया के वश में आकर जीव बन गया था ! इसी को बोलतें हैं खुद को पहचाने की परम दुर्लभ प्रक्रिया यानी आत्म साक्षात्कार (अर्थात शिवोहम; यानी मै ही शिव हूँ) !
अंततः सबसे मुख्य प्रश्न यह बनता है कि आखिर पूर्व जन्म की घटनाओं को देखने से इस जन्म के रोग का नाश कैसे हो जाता है ! अब इसके बारे में जो बेहद दुर्लभ तथ्य खोजकर निकाला है डॉक्टर सौरभ उपाध्याय जी ने, आईये उसे समझने की कोशिश करतें हैं ! वास्तव में जब हम अपने मन की गहराईयों में उतरकर अपने पूर्व जन्म को देख रहें होतें हैं तो उस समय हमारी चेतना, हमारे स्थूल शरीर (यानी हाड़ मांस से बने शरीर) को छोड़कर हमारे सूक्ष्म शरीर (ऊर्जा से बने शरीर) को धारण किये हुए रहती है और उस समय दिखने वाला हमारे पूर्व जन्म का संसार भी सूक्ष्म होता है जिसकी वजह से उस संसार में समय, हमारे स्थूल संसार (यानी आँख खोलने पर दिखने वाला भौतिक संसार) की तुलना में बहुत तेज गति से चलता है !
मतलब हमारे इस वर्तमान स्थूल संसार (जिसमें हम ध्यान या नीद से जागने के बाद रहतें हैं) का एक मिनट, हमारे सूक्ष्म संसार (यानी ध्यान या स्वप्न में दिखने वाला संसार) के कई साल के बराबर हो सकता है ! इसलिए हम भले ही स्थूल संसार की नजर में केवल 10 मिनट ध्यान या स्वप्न में जाकर अपने पूर्व जन्म की दुखद घटनाओं को फिर से झेलते हैं पर वास्तव में इन 10 मिनट में हमारा सूक्ष्म शरीर पूर्व जन्म के सूक्ष्म संसार में कई सालों तक उस कष्ट को फिर से भुगत कर प्रायश्चित कर चुका होता है ! इसे आप इस तरह से भी आसानी से समझ सकतें है कि आप सभी को कभी ना कभी ऐसा सपना जरूर आया होगा जिसमें आप एकदम असली जिंदगी की ही तरह कई वर्षों तक किसी जगह पर रहतें हैं लेकिन जब आपकी आँख खुलती है तब आप हैरत में पड़ जातें हैं कि अभी तो कुछ ही मिनट्स बीतें हैं !
मतलब इसी परिप्रेक्ष्य में, सारांश रूप में कहें तो हमारे पास दो ऑप्शंस हैं; पहला ऑप्शन – या तो पूर्व जन्म की चाहे जिस भी गलती की सजा हमें इस जन्म में किसी लाइलाज बिमारी या सामाजिक समस्या के रूप में मिली है, उस सजा को हम अपने स्थूल शरीर (यानी हाड़ मांस के बने हुए शरीर) से इस स्थूल संसार में वर्षों तक भुगत कर प्रायश्चित कर लें या दूसरा ऑप्शन- हम उस गलती की सजा कई वर्षों तक भुगतें लेकिन अपने सूक्ष्म शरीर से अपने पूर्व जन्म के सूक्ष्म संसार में जाकर ताकि हमे सबसे बड़ा फायदा यह मिले कि वो सजा हमारे स्थूल संसार यानी असली जिंदगी के हिसाब से मात्र कुछ मिनट्स से लेकर कुछ घंटे तक ही में ही खत्म हो सके !
लॉ ऑफ कर्मा (Law of Karma, कर्म फल का सिद्धांत) शाश्वत सत्य है इसलिए हमारे द्वारा हुए हर छोटे से छोटे अच्छे – बुरे कामों का नतीजा हमें आज नहीं तो कल या अगले जन्मों में भुगतना ही होगा (जब तक कि हम निराकार ईश्वर में समाकर निराकार नहीं हो जाते) इसलिए ऐसी बीमारियों या समस्याओं जिनका इलाज करवाते – करवाते हम निराश हो चुके हों, उनके समाधान के लिए निश्चित तौर पर “पूर्व जन्म चिकित्सा” किसी वरदान से कम नहीं है !
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