जानिये हार्वर्ड, ऑक्सफ़ोर्ड, “स्वयं बनें गोपाल” समूह आदि के सहयोग द्वारा निर्मित संयुक्त राष्ट्र संघ की “नेट जीरो एमिशन्स कमिटमेंट्स” रिपोर्ट के बारे में
आप सभी आदरणीय पाठकों को प्रणाम,
जैसा की आप सभी को पता होगा कि संयुक्त राष्ट्र संघ लगातार यह प्रयास कर रहा है कि वैश्विक प्रदूषण कम हो सके ताकि जलवायु परिवर्तन की गति को नियमित किया जा सके और इन्ही प्रयासों में से एक सबसे महत्वपूर्ण प्रयास है, ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन कम करना क्योकि ग्रीन हाउस गैसेस ही पूरी दुनिया में ग्लोबल वॉर्मिंग का कारण बन रहीं हैं ! इन गैसों में प्रमुख है कार्बनडाइऑक्साइड (CO2), मीथेन (CH4) और नाइट्रस ऑक्साइड (NO) आदि !
“नेट जीरो एमिशन्स कमिटमेंट्स” का मतलब है कि सभी देशों को जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए कार्बन न्यूट्रैलिटी यानी कार्बन के उत्सर्जन में कमी लानी होगी (अमेरिका समेत कई यूरोपीय देश 2050 तक नेट जीरो उत्सर्जन टारगेट हासिल करने की बात कर रहे हैं) ! वास्तव में इंसानों का पूरा जीवन ही कार्बन पर निर्भर होता है ! मनुष्य के शरीर से लेकर उसके आसपास मौजूद चीजें भी कार्बन और अन्य तत्वों के मिश्रण से ही बनी हुई हैं इसलिए कार्बन उत्सर्जन को कभी खत्म नहीं किया जा सकता है लेकिन जिस स्तर पर मौजूदा समय में इसका उत्सर्जन सभी देशों में हो रहा है, उसमें नियंत्रण जरूर लाया जा सकता है !
इसका मतलब यह है कि यदि कोई देश वातावरण में कार्बन आधारित ग्रीनहाउस गैसों का जितना उत्सर्जन कर रहा है, उतना ही उसे प्राकृतिक या कृत्रिम माध्यम से सोख भी रहा हो तो इसी को “नेट जीरो एमिशन्स कमिटमेंट्स” कहतें हैं, जैसे भूटान को कॉर्बन नेगेटिव देश कहा जाता है क्योंकि वह ग्रीनहाउस गैसों का जितना उत्सर्जन करता है, उससे ज्यादा को वहां के जंगल सोख लेते हैं (जंगलों के अतिरिक्त कई अन्य तरह की एडवांस्ड टेक्नॉलजीज, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, ग्रीन फ्यूल, सोलर एनर्जी, इको फ्रेंडली इक्विपमेंट्स के जरिए भी ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन कम किया जा सकता है) !
अतः अब आप समझ सकतें है कि “नेट जीरो एमिशन्स कमिटमेंट्स” की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है इस पृथ्वी पर जीव जगत की रक्षा करने के लिए ! इसी वजह से संयुक्त राष्ट्र संघ भी बेहद गंभीर है इस उद्देश्य का विश्व में हर देशों द्वारा यथोचित रूप से पालन करवाने के लिए ! संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव महामहिम श्री एंटोनियो गुटेरेस जी (United Nations Secretary-General António Guterres) ने एक हाई लेवल एक्सपर्ट ग्रुप बनाया है जिसने विश्व की लगभग 500 प्रसिद्ध संस्थाओं से स्टेकहोल्डर (Stakeholders) के तौर पर सहयोग लेकर अपनी एक रिपोर्ट बनाई है, जिसे पढ़ने के लिए, कृपया आप इस लिंक पर क्लिक करें-
REPORT FROM THE UNITED NATIONS’ HIGH-LEVEL EXPERT GROUP ON THE NET ZERO EMISSIONS COMMITMENTS OF NON-STATE ENTITIES
इस रिपोर्ट को बनाने के लिए जिन लगभग 500 संस्थाओं से कंसल्टेशन (सलाह) ली गयी हैं उनके नाम देखने के लिए कृपया संयुक्त राष्ट्र संघ की वेबसाइट पर दिए गए इस लिंक पर क्लिक करें- List of Stakeholders Consulted ! इन 500 स्टेकहोल्डर संस्थाओं में “स्वयं बनें गोपाल” समूह के साथ साथ जो अन्य विश्व प्रसिद्ध संस्थाएं हैं उनमें से कुछ संस्थाओं के नाम निम्नलिखित हैं –
• न्यूयॉर्क स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ़ एनवायर्नमेंटल कंज़र्वेशन (New York State Department of Environmental Conservation; https://www.dec.ny.gov/)
• मिनिस्ट्री ऑफ़ एनवायरनमेंट, जापान (Ministry of Environment, Japan; https://www.env.go.jp/en/)
• वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum; https://www.weforum.org/)
• हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University; https://www.harvard.edu/)
• ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University; https://www.ox.ac.uk/)
• माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft; https://www.microsoft.com/en-in)
• बैंक ऑफ़ अमेरिका (Bank of America; https://www.bankofamerica.com/)
• साउथ अफ्रीका प्रेसिडेंशियल क्लाइमेट कमीशन गवर्नमेंट (South Africa Presidential Climate Commission Government; https://www.climatecommission.org.za/)
• वर्ल्ड बैंक (World Bank; https://www.worldbank.org/en/home)
• इनफ़ोसिस (Infosys; https://www.infosys.com/)
• सिटी ऑफ़ मियामी (City of Miami; https://www.miamigov.com/Home)
• द इकोनॉमिक्स टाइम्स (The Economic Times; https://economictimes.indiatimes.com/defaultinterstitial.cmshttps://www.adityabirla.com/)
• सिटी ऑफ़ वैंकुअर (City of Vancouver; https://vancouver.ca/)
• कोलंबिया यूनिवर्सिटी (Columbia University; https://www.columbia.edu/)
• यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया (University of California; https://www.universityofcalifornia.edu/)
• येल यूनिवर्सिटी (Yale University; https://www.yale.edu/)
जय हो परम आदरणीय गौ माता की !
वन्दे मातरम् !
“स्वयं बनें गोपाल” समूह, “संयुक्त राष्ट्र संघ” के विभिन्न विश्वस्तरीय उपक्रमों से पार्टनर, मेंबर व स्टेकहोल्डर आदि के तौर पर भी जुड़ चुका है जिनके बारे में जानने के लिए कृपया इस लिंक पर क्लिक करें- वसुधैव कुटुंबकम्
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डिस्क्लेमर (अस्वीकरण से संबन्धित आवश्यक सूचना)- विभिन्न स्रोतों व अनुभवों से प्राप्त यथासम्भव सही व उपयोगी जानकारियों के आधार पर लिखे गए विभिन्न लेखकों/एक्सपर्ट्स के निजी विचार ही “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि पर विभिन्न लेखों/कहानियों/कविताओं/पोस्ट्स/विडियोज़ आदि के तौर पर प्रकाशित हैं, लेकिन “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट, इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, दी गयी किसी भी तरह की जानकारी की सत्यता, प्रमाणिकता व उपयोगिता का किसी भी प्रकार से दावा, पुष्टि व समर्थन नहीं करतें हैं, इसलिए कृपया इन जानकारियों को किसी भी तरह से प्रयोग में लाने से पहले, प्रत्यक्ष रूप से मिलकर, उन सम्बन्धित जानकारियों के दूसरे एक्सपर्ट्स से भी परामर्श अवश्य ले लें, क्योंकि हर मानव की शारीरिक सरंचना व परिस्थितियां अलग - अलग हो सकतीं हैं ! अतः किसी को भी, “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान की इस वेबसाइट/फेसबुक पेज/ट्विटर पेज/यूट्यूब चैनल आदि के द्वारा, और इससे जुड़े हुए किसी भी लेखक/एक्सपर्ट के द्वारा, और किसी भी अन्य माध्यम के द्वारा, प्राप्त हुई किसी भी प्रकार की जानकारी को प्रयोग में लाने से हुई, किसी भी तरह की हानि व समस्या के लिए “स्वयं बनें गोपाल” संस्थान और इससे जुड़े हुए कोई भी लेखक/एक्सपर्ट जिम्मेदार नहीं होंगे ! धन्यवाद !