चित्र में दिए गए पॉइंट की जगह पर, दोनों पैर में दबाने पर स्त्रियों के अनियमित और पीड़ायुक्त मासिक समस्याओं (acupressure points for period pain, acupressure points for menstrual cycle) में लाभ मिलता है...
परम आदरणीय हिन्दू धर्म के ऋषियों ने बहुत ही वैज्ञानिक नतीजे निकाले हैं की, समाज में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो कितना भी सफाई से और कितना भी अच्छी क्वालिटी का सुन्दर स्वादिष्ट...
लम्बे समय से ब्रह्मांड से सम्बंधित सभी पहलुओं पर रिसर्च करने वाले, “स्वयं बनें गोपाल” समूह से जुड़े हुए विद्वान रिसर्चर श्री डॉक्टर सौरभ उपाध्याय (Doctor Saurabh Upadhyay) के निजी विचार ही निम्नलिखित आर्टिकल...
ये लड्डू गोपाल जिस पर रीझ जाएँ उसका चैन से सोना मुश्किल ही है ! क्योकि उस भक्त के घर में ऐसा बच्चा आ चुका होता है जिनकी नटखट शैतानियाँ सिर्फ घर में नहीं, सिर्फ...
स्वास्तिक एक महा मंगल कारी चिन्ह है जो सर्व विघ्न हर्ता, सर्व अशुभ नाशक भगवान गणेश जी का ही रूप है | इसे बहुत आसानी से बनाया जा सकता है और कोई भी आदमी पवित्र मन...
पुराणों के अनुसार गौएं साक्षात विष्णु रूप है, गौएं सर्व वेदमयी और वेद गौमय है। भगवान श्रीकृष्ण को कृष्ण अवतार में सारा ज्ञानकोष गो चारण से ही प्राप्त हुआ था। गुजरात के बलसाड़ नामक...
देवी भक्तों का विश्व प्रसिद्ध धाम है उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में विन्ध्य पहाड़ियों पर स्थित आदि शक्ति श्री दुर्गा जी का मन्दिर, जिसे दुनिया विन्ध्याचल मंदिर के नाम से पुकारती है !...
वायु या गैस से सम्बंधित समस्या होने पर चित्र में दिए गए पॉइंट (acupressure points for gas) को दबाने पर फायदा मिलता है तथा वायु मुद्रा (तर्जनी उंगली को अंगूठे की जड़ से छूना)...
ये काफी प्रसिद्ध पॉइंट है जो कीमियोथेरेपी, प्रेगनेंसी, बुखार, सर्जरी या पेट की किसी भी खराबी द्वारा होने वाली उल्टी, नौजिया आदि में लाभ पहुचाता है तथा बेचैनी, उत्तेजना को भी कम कर शान्ति...
कहने को मुंह का छाला बड़ी बीमारी नहीं हैं पर छाला बड़ा रूप ले लें तो उसकी तकलीफ किसी बड़ी बीमारी से कम नहीं होती है ! छाले मुख्यतः पेट की गर्मी से होती...
प्राचीन भारत के ज्ञान विज्ञान के मूर्धन्य जानकार श्री डॉक्टर सौरभ उपाध्याय जी बताते हैं की, ब्रह्माण्ड के निर्माता श्री ब्रह्मा जी ने गायत्री मन्त्र की अनन्त शक्ति पर अनुसन्धान कर इस ब्रह्माण्ड का...
युग पुरुष के पञ्च तत्वों का बना शरीर अपनी अन्तिम साँसे गिन रहा था ! समय था 2 जून 1990 (गायत्री जयंती) सुबह 8 बजे, गुरु माता जी का दाहिना हाथ अपने हाथ में...